हमनवा मेरे - ज़ुबिन नौटियाल



कल रास्ते में गम मिल गया था
लग के गले मैं रो दिया
जो सिर्फ मेरा था सिर्फ मेरा
मैंने उसे क्यूँ खो दिया

हाँ वो आँखें जिन्हें मैं
चूमता था बेवजह
प्यार मेरे लिए क्यूँ बाकि न रहा

हमनवा मेरे तू है तो मेरी सांसें चले
बता दे कैसे मैं जियूँगा तेरे बिना



हर वक़्त दिल को जो सताए
ऐसी कमी है तू
मैं भी ना जानू ये की इतना
क्यूँ लाज़मी है तू

नींदें जा के लौटी न कितनी रातें ढल गयी
इतने तारे गिने के उँगलियाँ भी जल गयी

हमनवा मेरे तू है तो मेरी सांसें चले
बता दे कैसे मैं जियूँगा तेरे बिना



तू आखरी आंसू औ यारा
है आखरी तू गम
दिल अब कहाँ है जो दोबारा
दें दें किसी को हम

अपनी शामो में हिस्सा फिर किसी को ना दिया
इश्क तेरे बिना भी मैंने तुझसे ही किया

हमनवा मेरे तू है तो मेरी सांसें चले
बता दे कैसे मैं जियूँगा तेरे बिना
फ़ासले ना दे के मैं ह आसरे तेरे
बता दे कैसे मैं जियूँगा तेरे बिना


आज़मा रहा मुझे क्यों
आ भी जा कहीं से अब तू
कैसे मैं जियूँगा तेरे बिना
सीने में जो धड़कनें हैं
तेरे नाम पे चले हैं
कैसे मैं जियूँगा तेरे बिना

हमनवा मेरे तू है तो मेरी सांसें चले
बता दे कैसे मैं जियूँगा तेरे बिना”

संगीतकार: रॉकी-शिव
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